पारिवारिक कानून विवाह, तलाक, बच्चे की हिरासत, और संपत्ति के विभाजन जैसे पारिवारिक संबंधों से संबंधित कानूनी नियमों का एक समूह है। यह कानून व्यक्तियों और परिवारों के अधिकारों और दायित्वों को परिभाषित करता है।
पारिवारिक कानून विभिन्न देशों और संस्कृतियों में भिन्न होता है। कुछ देशों में, पारिवारिक कानून धार्मिक सिद्धांतों पर आधारित होता है, जबकि अन्य में यह नागरिक कानून पर आधारित होता है।
पारिवारिक कानून के मामलों में अक्सर भावनात्मक और वित्तीय मुद्दे शामिल होते हैं। इसलिए, इन मामलों में कानूनी सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
भारत में, पारिवारिक कानून हिंदू विवाह अधिनियम, मुस्लिम व्यक्तिगत कानून (शरीयत) अधिनियम, और ईसाई विवाह अधिनियम जैसे विभिन्न कानूनों द्वारा शासित होता है।
पारिवारिक कानून में बदलाव सामाजिक मूल्यों और मानदंडों में बदलाव को दर्शाते हैं। उदाहरण के लिए, हाल के वर्षों में, तलाक की दर में वृद्धि हुई है, और समलैंगिक विवाह को वैध बनाने के लिए आंदोलन हो रहे हैं।
यह शब्दावली आपको पारिवारिक कानून से संबंधित महत्वपूर्ण शब्दों और अवधारणाओं को हिंदी और मलयालम दोनों भाषाओं में समझने में मदद करेगी।